हिमाचल शिक्षा समिति के मार्गदर्शन में सरस्वती विद्यामन्दिर माधव सृष्टि परिसर गण की सेर, सोलन में चल रहे 30 दिवसीय शीतकालीन नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग संपन । समापन समारोह में प्रशिक्षण वर्ग के संयोजक श्री सुनील कुमार जी ने वर्ग परिचय सबके सामने रखा उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण वर्ग में हिमाचल प्रदेश के छः जिलों के 38 सरस्वती विद्या मंदिरों के कुल 106 आचार्य दीदियों ने भाग लिया जिसमें 26 आचार्य व 80 दीदियाँ थी । शिक्षण देने हेतु 28 शिक्षकों तथा व्यवस्था हेतु विभिन्न विद्यालयों के 39 आचार्य दीदियों तथा सेवक सेविकाओं की सहभागिता रही । इस प्रशिक्षण वर्ग में समय-समय पर 24 अखिल भारतीय, क्षेत्रीय, प्रांतीय तथा विविध संगठनों के अधिकारियों ने सभी प्रशिक्षु आचार्य दीदियों का मार्गदर्शन किया ।
समापन अवसर पर मुख्य वक्ता माननीय विजय नड़ड़ा जी क्षेत्रीय संगठन मंत्री विद्या भारती उत्तर क्षेत्र ने कहा की समाज के कुछ शुभचिंतकों द्वारा 1952 में गोरखपुर में विद्या भारती का कार्य अंधकार में प्रकाश देने वाले एक छोटे से दीपक रूपी सरस्वती शिशु मंदिर से प्रारंभ किया । विद्या भारती का मानना है की आचार्य समाज में शिक्षण का केन्द्र होता है । विद्या भारती द्वारा आचार्यों के विकास के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जाता है । आचार्य ने यदि शिक्षा के महत्व को समझ लिया तो आचार्य अपने कार्य में कभी असफल नहीं हो सकता । आजकल की शिक्षा केवल डिग्री लेने तक सीमित रह गई है । 20-25 वर्ष पहले एक माँ को अपने चार पाँच बच्चे भार नहीं लगते थे लेकिन आज उन्ही चार-पाँच बच्चों को आज अपने माता-पिता भार लगते हैं । ये सारी स्थिति मन के कारण ही है, यदि हमने अपने मन को ठीक कर लिया तो इस समस्या से निजात पाने में हम अवश्य सफल होंगे ।
इस समापन समारोह के अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष माननीय अशोक पाल जी, अध्यक्ष विद्या भारती उत्तर क्षेत्र, मुख्यातिथि श्री दिनेश कुमार गर्ग जी, प्रसिद्ध व्यवसायी सोलन, श्री मोहन केस्टा जी, अध्यक्ष हिमाचल शिक्षा समिति, श्री दिला राम चौहान जी महामंत्री, हिमाचल शिक्षा समिति, श्री ज्ञान जी, संगठन मंत्री विद्या भारती हिमाचल प्रांत, श्री यादवेन्द्र शर्मा जी, प्रांत कार्यकरिणी सदस्य, सुनील कुमार जी प्रांत प्रशिक्षण संयोजक एवं प्रशिक्षण वर्ग संयोजक, सुरेश चड्डा जी, प्रांत शैक्षिक प्रमुख, श्री युगल किशोर जी जिला प्रभारी जिला मंडी व कुल्लू एवं प्रवीण सिंह जी प्रांत संस्कृत विषय संयोजक एवं जितेंद्र शर्मा जी वर्ग व्ययस्था प्रमुख व प्रधानाचार्य सर्वहितकारी शिक्षा निकेतन कुमारहट्टी सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे । सभी प्रशिक्षु आचार्य दीदियों द्वारा तैयार की गई हस्त लिखित पत्रिका का भी विमोचन किया गया । प्रशिक्षु आचार्य-दीदियों द्वारा सामूहिक वर्ग गीत, तिष्ठ योग, व्यायाम योग, योगासन सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ भी दी गई ।