हिमाचल शिक्षा समिति के मार्गदर्शन में हिमाचल प्रदेश में चल रहे सरस्वती विद्या मन्दिरों के आचार्य-दीदियों के लिए 30 दिनों का आवासीय प्रशिक्षण वर्ग सरस्वती विद्यामन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हिम रश्मि परिसर विकासनगर शिमला में प्रारम्भ हुआ।
इस वर्ग के उद्घाट्न अवसर पर विद्या भारती उत्तरक्षेत्र के महामंत्री देशराज शर्मा ने कहा कि हम बड़े सौभाग्यशाली हैं कि हम इन्सान हैं और इससे भी बड़ी बात है कि हम आचार्य है और हम विद्या भारती के आचार्य दीदी हैं । उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण सतत् प्रयास करने की प्रक्रिया है । क्या मेरी कार्य कुशलता बढ़ेगी इसका विचार करना पड़ेगा और इसके लिए प्रशिक्षण अनिवार्य है । नालंदा विश्वविद्यालय में चौंसठ कलाओं का प्रशिक्षण चौंसठ दिनों में पूर्ण किया था । शिक्षा सिखाई नहीं जाती बल्कि ग्रहण की जाती है । जो आचार्य अपने ज्ञान को निरन्तर नहीं बढ़ाता उसे शिक्षक बनने का कोई अधिकार नहीं । आचार्य को प्रतिदिन कोई न कोई नवाचार करना चाहिए प्रतिदिन अपडेट रहने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि समाज में प्रतिदिन आ रहे नये -नये विचारों आवश्यकताओं और चुनौतियों का उत्तर देने का दायित्व शिक्षक के पास है ।
प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए देशराज शर्मा ने कहा कि ज्ञान के प्रत्येक क्षेत्र में नये-नये सिद्धान्तों, नियमों, प्रवृतियों एवं विचारों का समावेश हो रहा है इसके लिए प्रशिक्षण अनिवार्य है । शिक्षा में हो रहे सभी परिवर्तन के लिए नवीन तैयारी करना नई तकनीक को अपनाना ही पड़ेगा । कोई व्यक्ति अकेला नहीं सीख सकता। सीखने के लिए समूह की आवश्यकता होती है। हमारे विवेक पर समय के साथ धूल जम जाती है और इसे केवल शिक्षा और प्रशिक्षण से ही दूर किया जा सकता है । अच्छे शिक्षण के लिए अच्छा प्रशिक्षण होना अनिवार्य है। शैक्षिक समस्याओं को समझना एवं समाधान करने के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य है । शिक्षण कार्य व्यवसाय नहीं सेवा कार्य है ।
30 दिनों तक चलने वाले इस वर्ग में आचार्य व दीदियों को विद्या भारती की रीति नीति, भारतीय जीवन रचना, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा के उद्देश्य से परिचित कराया जाएगा । इसके अतिरिक्त विद्या भारती की अभिनव पंचपदी का समुचित ज्ञान करवाया जाएगा । वर्ग में प्रान्तीय, क्षेत्रीय व अखिल भारतीय स्तर के अधिकारियों का मार्गदर्शन प्रशिक्षुओं को प्राप्त होगा । इस वर्ग में प्रदेश के 6 जिलों से 16 संकुलों के 41 सरस्वती विद्या मन्दिरों से 99 आचार्य-दीदी भाग ले रहे हैं ।
इस अवसर पर हिमाचल शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री मोहन सिंह केस्टा, संगठन मंत्री श्री ज्ञान सिंह, महामंत्री श्री सुरेश कुमार कपिल, उपाध्यक्ष श्री दिलाराम चौहान प्रांत प्रशिक्षण संयोजक सुनील कुमार, शैक्षिक संयोजक सुरेश कुमार एवं पूर्णकालिक प्रवीण सिंह उपस्थित थे ।