हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मन्दिरों की दो दिवसीय प्रांतीय खेलकूद (ऐथलेटिक्स) का सरस्वती विद्या मन्दिर बिलासपुर में शुभारम्भ।

विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी संस्कारी व अनुशासन पालन वाले होते है- अनुराग सिंह ठाकुर।

हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मन्दिरों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय खेलकूद (ऐथलेटिक्स) का शुभारम्भ सरस्वती विद्या मन्दिर बिलासपुऱ, जिला बिलासपुर में श्री अनुराग सिंह ठाकुर, सूचना प्रसारण एवं युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री, भारत सरकार द्वारा किया गया। मुख्यातिथि अनुराग सिंह ठाकुर ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जहा सरकार भी स्कूल नहीं खोल पाई ऐसे क्षेत्रों में हिमाचल शिक्षा समिति ने विद्यालय खोले। विद्या भारती के विद्यालयों व अन्य विद्यालयों में दिन रात का फर्क होता है। विद्या भारती के विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी संस्कारी व अनुशासन पालन वाले होते है। बोर्ड की परीक्षाओं में भी इन विद्यार्थीयों का अच्छा प्रदर्शन रहता है। टाक्यो पैरा ओलंपिक एवं वल्र्ड एथलेटिक्स चैिम्पयनशिप में रजत पदक जितने वाले निषाद कुमार जैसा प्रतिभावान खिलाडी विद्या भारती के विद्यालयों से पढ़कर निकला है। खेल हमारे जीवन में अनुशासन तथा उर्जा दोनों लेकर आते हैं। आज के इस युग में भैया बहनों में शिक्षा के साथ-साथ खेल का होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत को आगे बढना है तो खेलों में भी भारत को विश्व पटल पर अग्रणी होना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ खेल का छात्र जीवन में बहुत महत्व है। शरीर ईश्वर की एक बहुमूल्य भेंट है इसे स्वस्थ रखने का कार्य अपने हाथ में है। शरीर यदि स्वस्थ नहीं होगा तो पढ़ाई भी अच्छे से नहीं हो सकेगी। स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मन एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने खिलाड़ियों को अपनी योग्यता व क्षमता के साथ आगे बढ़ने व संस्कारों को जिन्दगी में बनाये रखने के लिए प्रेरित किया ।

कार्यक्रम के मुख्यवक्ता श्री मोहन सिंह केस्टा ने कहा कि विद्या भारती देश भर में भारतीय विचारों के आधार पर शिक्षा देने का कार्य कर रही है और देश भर में सरस्वती विद्या मन्दिरों का संचालन कर रही है। विद्या भारती द्धारा अपने चार क्रियाकलापों पांच आधारभूत विषयों, चार आयामों, सात अनिवार्य कार्यक्रमों तथा दस करणीय बिन्दुओं के माध्यम से विद्यार्थीयों का पंचकोषीय विकास किया जाता है। इस प्रारूप को आज विश्व में हर संगठन अपना रहा है। विद्यार्थी का विकास कैसे हो वह एक अच्छा खिलाड़ी कैसे बने इसकी योजना विद्या भारती के द्धारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती प्रतिवर्ष विद्यालय स्तर से लेकर अखिल भारतीय स्तर तक खेलों का आयोजन करती है।

33वें प्रांतीय खेलकूद (ऐथलेटिक्स) समारोह में 11,14,17,19 आयु वर्ग में भैया व बहिनों की ऐथलेटिक्स स्पर्धाएं आयोजित हो रही हैं। इस खेलकूद में प्रदेश के सात जिलों से 255 खिलाड़ी भैया व बहिन, 25 निर्णायक तथा 45 संरक्षक आचार्य/दीदी भाग ले रहे हैं।

खेलों के उद्घाटन अवसर पर श्री बलदेव शर्मा जी प्रभारी खेलकूद विद्या भारती उत्तर क्षेत्र, ज्ञान सिंह जी संगठन मंत्री विद्या भारती हिमाचल प्रांत, श्री दिलाराम चैहान जी महांमंत्री हिमाचल शिक्षा समिति, श्री चांद सिंह जी मंत्री हिमाचल शिक्षा समिति, जिला उपाध्यक्ष जिला बिलासपुर सुरेश चैधरी जी, श्री ओंकार चन्द जी जिला मंत्री जिला बिलासपुर  प्रान्त खेल संयोजक श्री युगल किशोर, विद्यालय प्रबन्ध समिति के पदाधिकारी, प्रधानाचार्य श्री अश्वनी कुमार, जिला बिलासपुर के सभी संकुलो के संकुल प्रमुख व विद्यालयों के आचार्य व दीदी उपस्थित रहे।

अंत में श्री अमी चन्द शास़्त्री जी जिला अध्यक्ष जिला बिलासपुर ने समारोह में पधारे मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों का आभार प्रकट किया। वन्दे मात्रम के साथ उद्घाटन समारोह का समापन हुआ ।

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